खंडवा में सजेगी सितारों की मेहफिल, संजय लीला को मिलेगा किशोर कुमार का ताज

National Kishore Kumar Award
National Kishore Kumar Award: संस्कृति विभाग ने गुरुवार को साल 2024-2025 के अपने 8 राष्ट्रीय सम्मानों की घोषणा की. संचालक, संस्कृति श्री एन.पी. नामदेव ने बताया कि राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान, राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान, राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान, राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान, राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान, राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान, राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान एवं राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान की घोषणा की गई है.
कब और कहां मिलेंगे सम्मान?
राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान 28 सितंबर, 2025 को इंदौर में, राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान 13 अक्टूबर, 2025 को खंडवा में, राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान 2 अक्टूबर, 2025 को भोपाल में एवं राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान, राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान, राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान, राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान एवं राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान हिंदी दिवस के अवसर पर 14 सितंबर, 2025 को भोपाल में आयोजित समारोह में प्रदान किये जाएंगे. राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान में सम्मान स्वरूप 20 लाख और अन्य सम्मानों में 5 लाख की राशि दी जाएगी.
श्री नामदेव ने बताया कि वर्ष-2024 का राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान श्री प्रशांत पोळ, जबलपुर एवं वर्ष-2025 का सम्मान श्री लोकेन्द्र सिंह राजपूत, भोपाल को प्रदान किया जाएगा. यह सम्मान प्रतिवर्ष हिंदी सॉफ्टवेयर सर्च इंजिन, वेब डिजाइनिंग, डिजीटल भाषा प्रयोगशाला, प्रोग्रामिंग, सोशल मीडिया, डिजीटल ऑडियो विजुअल एडीटिंग आदि में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है.
सोनू निगम को भी मिलेगा सम्मान
श्री नामदेव ने बताया कि वर्ष-2024 का राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान गीत लेखन के लिये श्री प्रसून जोशी को दिल्ली में और संजय लीला भंसाली, मुम्बई में दिया जाएदगा. इसी तरह वर्ष-2024 का राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान संगीत निर्देशन के लिए श्री शंकर-एहसान-लॉय, मुंबई को और श्री सोनू निगम को मुम्बई में दिया जाएगा. साल-2024 का राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान आनंदधाम, भोपाल और पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम को पुणे को प्रदान किया जाएगा.
इसी तरह वर्ष-2024 का राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान सुश्री रीता कौशल, ऑस्ट्रेलिया एवं वर्ष-2025 का सम्मान डॉ. वंदना मुकेश, इंग्लैण्ड को प्रदान किया जाएगा. यह सम्मान प्रतिवर्ष अप्रवासी भारतीय के विदेश में हिंदी के विकास में किये गये अमूल्य योगदान के लिए दिया जाता है. राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान डॉ. इंदिरा गाजिएवा, रूस को और सम्मान श्रीमती पद्मा जोसेफिन वीरसिंघे, श्रीलंका को दिया जाएगा. यह सम्मान प्रतिवर्ष विदेशी मूल के उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने हिंदी भाषा एवं उसकी बोलियों के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया हो. राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान डॉ. राधेश्याम नापित, शहडोल को और डॉ. सदानंद दामोदर सप्रे, भोपाल को प्रदान किया जाएगा. यह सम्मान प्रतिवर्ष हिंदी में वैज्ञानिक, तकनीकी लेखन एवं पाठ्य पुस्तकों के लिए लेखन क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है.
वहीं राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान डॉ. के.सी. अजय कुमार, तिरूअनंतपुरम को एवं वर्ष-2025 का डॉ. विनोद बब्बर, दिल्ली को प्रदान किया जाएगा. ये सम्मान प्रतिवर्ष अहिंदी भाषी लेखकों और साहित्यकारों को लेखन सृजन से हिंदी की समृद्धि के लिए योगदान के लिए दिया जाता है.